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छत्तीसगढ़ के गांड़ा अनुसूचित जाति का जनसांख्यिकी अध्ययन

छत्तीसगढ़ के गांड़ा अनुसूचित जाति का जनसांख्यिकी अध्ययन


₹ 576


Author(s):डाॅ. सत्यजीत सिंह कोसरिया, प्रो. अशोक प्रधान एवं डाॅ. अनुराधा चक्रवर्ती
Paperback ISBN:978-93-6135-520-2
Publisher:AkiNik Publications
Language:English
Pages:112
Publication Year:2024
Binding:Paperback
DOI:https://doi.org/10.22271/ed.book.3056

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Description

गांडा जाति छत्तीसगढ़ में एक प्रमुख अनुसूचित जाति (SC) है, जो राज्य के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 2011 की जनगणना के अनुसार, छत्तीसगढ़ की कुल आबादी में SC का योगदान लगभग 12.8% है, जिसमें गांडा जाति प्रमुख है। यह जाति मुख्य रूप से महासमुंद, बिलासपुर और रायगढ़ के ग्रामीण इलाकों में रहती है। गांडा समुदाय का मुख्य व्यवसाय कृषि और मजदूरी के काम से जुड़ा है। सरकार की कई योजनाएँ उनके सामाजिक और शैक्षणिक सुधार के लिए काम कर रही हैं, लेकिन फिर भी उन्हें सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। प्रस्तुत पुस्तक में छत्तीसगढ़ के गांडा अनुसूचित जाति (SC) जनसांख्यिकी के विभिन्न तत्व जैसे जन्म-मृत्यु, विवाह, जनसंख्या संयोजन समबन्धी तथ्यों का समायोजन है।

Reviews

5.0

1 reviews





Prof. Lily Brown
  January 03, 2025

Well-written and informative, though certain sections felt a bit repetitive.

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