Description
“National Journal of Hindi & Sanskrit Research” में हम कला, साहितà¥à¤¯ और संसà¥à¤•ृति के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के शोधारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और अधà¥à¤¯à¥‡à¤¤à¤¾à¤“ं के शोध-पतà¥à¤° आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ करतें हैं. इस शोध-पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा में हम उतà¥à¤•ृषà¥à¤Ÿ शोध-पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को ही वरीयता देतें हैं. इस शोध-पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ साहितà¥à¤¯ की सेवा करना है. शोध-पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा के माधà¥à¤¯à¤® से हम हिंदी à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•ृत को नठबà¥à¤²à¤‚दियों पे ले जाना चाहते हैं. लेखकों से अनà¥à¤°à¥‹à¤§ है की कृपà¥à¤¯à¤¾ अचà¥à¤›à¥‡ शोध-पतà¥à¤° ही हमें à¤à¥‡à¤œà¥‡ तथा पà¥à¤°à¤•ाशित करने का कोई à¤à¥€ दबाव बनाने को कोशिश न करें. इसका पूरा अधिकार संपादक-मंडल के पास सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ है. उनà¥à¤¹à¥€ शोध-पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤•ाशित किया जायेगा जिसके संसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨-संपादक करेंगे.